Pune Dahi Handi 2025: ये हैं शहर के बेस्ट स्पॉट्स, जानें कहाँ और कैसे मचेगी धूम

भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के ठीक अगले दिन, यानी 16 अगस्त 2025 को, पुणे शहर एक बार फिर दही हांडी के रोमांच और उत्साह में सराबोर होने के लिए तैयार है। यह त्योहार भगवान कृष्ण की नटखट बाल लीलाओं का प्रतीक है, जिसे पुणे में बड़े जोश और जुनून के साथ मनाया जाता है। Pune dahi handi 2025 का उत्सव खास होने वाला है, क्योंकि इसमें सदियों पुरानी परंपराओं के साथ-साथ यातायात और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए एक सराहनीय नई पहल भी देखने को मिलेगी।

पुणे दहीहंडी २०२५: दगडूशेठ गणपति चौक में उत्सव की पूरी जानकारी

परंपरा के गढ़: Pune Dahi Handi 2025 के ऐतिहासिक दही हांडी मंडल

पुणे में दही हांडी का असली रंग शहर के पुराने इलाकों में देखने को मिलता है, जहाँ ऐतिहासिक मंडल दशकों से इस परंपरा को जीवित रखे हुए हैं।

हुतात्मा बाबू गेनू मंडल, बुधवार पेठ

पुणे के सबसे प्रतिष्ठित मंडलों में से एक, हुतात्मा बाबू गेनू मंडल की स्थापना 1970 में हुई थी।यहाँ की दही हांडी अपनी भव्य सजावट और सुनियोजित आयोजनों के लिए प्रसिद्ध है, जिसे देखने के लिए हज़ारों की भीड़ उमड़ती है।

गुरुजी तालीम गणपति मंडल, लक्ष्मी रोड

1887 में स्थापित, यह पुणे के सबसे पुराने सांस्कृतिक संगठनों में से एक है।तुलसीबाग स्थित इस मंडल का आयोजन परंपरा, सामुदायिक भावना और जीवंत प्रदर्शन का एक अनूठा मिश्रण प्रस्तुत करता है।

श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट

1892 में गठित यह ट्रस्ट गणेश चतुर्थी के साथ-साथ अपनी दही हांडी के लिए भी जाना जाता है। यहाँ का उत्सव विस्तृत योजना और ऊर्जावान प्रदर्शनों से भरपूर होता है।

सूरनयुग मित्र मंडल (श्रीमंत दगडूशेठ हलवाई गणपति)

दगडूशेठ हलवाई गणपति से निकटता से जुड़े इस मंडल की दही हांडी भव्यता और भक्तिमय माहौल के लिए जानी जाती है।

तुलसीबाग में तैयारी कर रहे एक गोविंदा ने पुणे न्यूज़ हब को बताया, “हम साल भर इस दिन का इंतज़ार करते हैं। यह सिर्फ़ एक खेल नहीं, हमारी आस्था और टीम वर्क की परीक्षा है। इस बार हमारा उत्साह दोगुना है।”

एक नई पहल: 23 मंडलों की संयुक्त और DJ-मुक्त दही हांडी

इस साल पुणे एक ऐतिहासिक बदलाव का गवाह बनेगा। शहर के मध्य क्षेत्रों में होने वाले ट्रैफिक जाम और ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए, पुनीत बालन ग्रुप (PBG) ने 23 प्रमुख गणपति मंडलों के साथ मिलकर एक संयुक्त दही हांडी कार्यक्रम का आयोजन किया है।

यह आयोजन छत्रपति शिवाजी महाराज रोड पर स्थित लाल महल चौक पर होगा। पुनीत बालन के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य पुलिस विभाग पर पड़ने वाले तनाव को कम करना और उत्सव को अधिक सुव्यवस्थित बनाना है।

इस संयुक्त आयोजन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह पूरी तरह से DJ-मुक्त होगा। इसकी जगह पारंपरिक ढोल-ताशा, प्रभात बैंड और मुंबई के प्रसिद्ध वर्ली बीट्स की धुन पर गोविंदा पिरामिड बनाकर दही हांडी फोड़ेंगे। इस आयोजन में श्रीमंत भाऊसाहेब रंगारी गणपति ट्रस्ट, श्री तांबड़ी जोगेश्वरी सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ट्रस्ट और श्री तुलसीबाग सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ट्रस्ट जैसे कई बड़े नाम शामिल हैं।

पुलिस की तैयारी और सुरक्षा निर्देश

पुणे पुलिस ने दही हांडी के शांतिपूर्ण और सुरक्षित आयोजन के लिए कमर कस ली है। शहर भर में सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए जाएँगे।पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने स्पष्ट किया है कि उत्सव के दौरान तेज़ आवाज़ वाले डीजे और लेज़र लाइट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहेगा। यह निर्णय पिछले वर्षों में लेज़र लाइट से आँखों को हुए नुकसान की घटनाओं को देखते हुए लिया गया है। पुलिस ने सभी मंडलों से नियमों का सख्ती से पालन करने का आग्रह किया है।

यह त्योहार पुणे की सांस्कृतिक विरासत का एक अभिन्न अंग है। इस वर्ष, पारंपरिक उत्साह और एक ज़िम्मेदार नागरिक पहल का यह संगम निश्चित रूप से दही हांडी के उत्सव को एक नई दिशा देगा। पुणे न्यूज़ हब सभी नागरिकों से अपील करता है कि वे सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण तरीके से इस उत्सव का आनंद लें।

Author

  • Chaitali Deshmukh

    मैं पुणेन्यूजहब की संपादक और लेखिका हूँ। मेरा जुनून है कि मैं अपनी कलम से पुणे न्यूज़ के हर पहलू को उजागर करूँ, खासकर शहर की अनसुनी कहानियों और स्थानीय मुद्दों पर विश्वसनीय विश्लेषण पेश करूँ।

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