पुणे ट्रैफिक जाम: अजित पवार ने गडकरी से मांगी मदद, 3 नेशनल हाईवे होंगे चौड़े?

पुणे: पुणे की सड़कों पर गाड़ियों का बढ़ता सैलाब अब बर्दाश्त से बाहर हो रहा है। सुबह हो या शाम, शहर की प्रमुख धमनियाँ जाम से कराह रही हैं और लोगों का कीमती समय और ईंधन सड़कों पर ही बर्बाद हो रहा है। इस रोज़ की मुसीबत से निपटने के लिए अब राज्य के उपमुख्यमंत्री और पुणे के पालक मंत्री अजित पवार ने सीधे दिल्ली का दरवाज़ा खटखटाया है।

अजित पवार ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को एक पत्र लिखकर पुणे को घुटते ट्रैफिक से बचाने की गुहार लगाई है। उन्होंने तीन प्रमुख और सबसे व्यस्त राष्ट्रीय राजमार्गों को तत्काल प्रभाव से चौड़ा (सिक्स-लेन) करने की मांग की है, जो आज पुणे के ट्रैफिक जाम के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बन चुके हैं।

इन तीन धमनियों पर है सबसे ज़्यादा दबाव

पवार ने अपने पत्र में जिन तीन “चोक पॉइंट्स” का ज़िक्र किया है, वे पुणे की औद्योगिक और रिहायशी इलाकों की जीवनरेखा हैं:

  1. NH 60 (नाशिक फाटा से खेड़): चाकण औद्योगिक क्षेत्र को जोड़ने वाली यह सड़क भारी वाहनों के दबाव से हांफ रही है।
  2. NH 65 (हडपसर से यवत): सोलापुर की ओर जाने वाला यह मार्ग आईटी हब और घनी आबादी के कारण हमेशा जाम रहता है।
  3. NH 548D (तळेगाव से शिक्रापूर): यह मार्ग भी एक महत्वपूर्ण औद्योगिक गलियारा है, जहाँ विकास की रफ़्तार सड़कों की क्षमता पर भारी पड़ रही है।

क्यों नाकाफी साबित हो रही हैं मौजूदा सड़कें?

अजित पवार ने साफ़ कहा है कि इन मार्गों पर मौजूदा चार लेन अब ऊंट के मुंह में जीरा साबित हो रही हैं। ये सड़कें सिर्फ़ रास्ते नहीं, बल्कि शिक्षण संस्थानों, अस्पतालों, औद्योगिक इकाइयों और बड़े आवासीय परिसरों को जोड़ती हैं। नतीजा यह है कि यहाँ ट्रैफिक का दबाव इतना बढ़ गया है कि पीक आवर्स में गाड़ियां इंच-इंच खिसकती हैं, जिससे न केवल आर्थिक नुक़सान हो रहा है, बल्कि सड़क सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

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पवार ने यह भी माना कि राज्य सरकार एक एलिवेटेड हाईवे पर विचार कर रही है, लेकिन वह एक लंबी प्रक्रिया है। उनका तर्क है कि जब तक वह प्रोजेक्ट धरातल पर उतरे, तब तक इन सड़कों का चौड़ीकरण ही एकमात्र फौरी और प्रभावी राहत है।

अब गेंद केंद्र सरकार के पाले में है। पुणे की जनता और उद्योग जगत उम्मीद कर रहा है कि नितिन गडकरी, जो खुद महाराष्ट्र से हैं और सड़कों के महत्व को बखूबी समझते हैं, इस अपील पर गंभीरता से विचार करेंगे और शहर को इस ट्रैफिक के जंजाल से निकालने के लिए जल्द ही कोई ठोस कदम उठाएंगे।

Source: X and Pune Mirror

Author

  • Chaitali Deshmukh

    मैं पुणेन्यूजहब की संपादक और लेखिका हूँ। मेरा जुनून है कि मैं अपनी कलम से पुणे न्यूज़ के हर पहलू को उजागर करूँ, खासकर शहर की अनसुनी कहानियों और स्थानीय मुद्दों पर विश्वसनीय विश्लेषण पेश करूँ।

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